उमड़ घुमड़ कर आते बादल सबका दिल दहलाते बादल उमड़ घुमड़ कर आते बादल सबका दिल दहलाते बादल
मन व्याकुल है अखियां प्यासी, मोहे तेरे मिलन की आस।। मन व्याकुल है अखियां प्यासी, मोहे तेरे मिलन की आस।।
आज भारत के प्रसिद्ध कवि, हरिवंश राय बच्चन, की है पूण्य तिथि। आज भारत के प्रसिद्ध कवि, हरिवंश राय बच्चन, की है पूण्य तिथि।
रुख हवाओं का कोई हो उड़ने की बस आस रखना, हार में भी जीत है ये ही सदा विश्वास रखना रुख हवाओं का कोई हो उड़ने की बस आस रखना, हार में भी जीत है ये ही सदा विश्वास र...
आस ही लगी रही कि कभी तो सफ़र साथ-साथ होगा, आस ही लगी रही कि कभी तो सफ़र साथ-साथ होगा,
प्यार है नशा नहीं महज़ जो उतर जाएगा, क्यूँ नज़र से मेरी खुद को छिपाती रही प्यार है नशा नहीं महज़ जो उतर जाएगा, क्यूँ नज़र से मेरी खुद को छिपाती रही